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गाड़ी के इंजन का गर्म होना: कारण, बचाव, और समाधान

  • AVIN
  • 20 सित॰ 2024
  • 3 मिनट पठन

भारत जैसे गर्म जलवायु वाले देश में गाड़ियों का ओवरहीट होना एक सामान्य लेकिन चिंताजनक समस्या है। चाहे भीषण गर्मी हो, ट्रैफिक जाम हो, या लंबी यात्रा—गाड़ी का इंजन गर्म होना आपके वाहन की सेहत के लिए खतरे का संकेत है। इसे अनदेखा करना महंगा साबित हो सकता है। आइए इस समस्या को गहराई से समझें और इससे बचाव के उपाय जानें।


गाड़ी के ओवरहीट होने का क्या मतलब है


जब गाड़ी ओवरहीट होती है, तो इसका मतलब है कि इंजन के अंदर की गर्मी उसकी सुरक्षित सीमा से अधिक हो गई है। यह इंजन के महत्वपूर्ण हिस्सों, जैसे सिलेंडर हेड, रेडिएटर, और वॉटर पंप को गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है।


ओवरहीटिंग के लक्षण


1. टेम्परेचर गेज का बढ़ना:

डैशबोर्ड पर मौजूद तापमान गेज अगर सामान्य स्तर से ऊपर उठकर लाल निशान के करीब पहुंचता है, तो यह ओवरहीटिंग का संकेत है।


2. भाप का निकलना:

अगर इंजन से भाप निकल रही है, तो यह कूलेंट के उबलने का संकेत है और बताता है कि इंजन अत्यधिक गर्म हो चुका है।


3. डैशबोर्ड पर चेतावनी लाइट:

कुछ गाड़ियों में ओवरहीटिंग की चेतावनी के लिए अलग लाइट होती है। अगर यह जलती है, तो तुरंत गाड़ी रोकें।


गाड़ी के ओवरहीट होने के सामान्य कारण

1. कूलेंट की कमी


कूलेंट का काम इंजन की गर्मी को रेडिएटर तक पहुंचाना और ठंडा करना होता है। अगर कूलेंट का स्तर कम हो या यह लीक हो जाए, तो इंजन गर्म हो सकता है।


2. थर्मोस्टेट खराब होना


थर्मोस्टेट इंजन और रेडिएटर के बीच कूलेंट का प्रवाह नियंत्रित करता है। यदि यह बंद हो जाए, तो कूलेंट सही ढंग से नहीं चल पाएगा, जिससे ओवरहीटिंग होगी।


3. रेडिएटर में गड़बड़ी


रेडिएटर का काम गर्म कूलेंट को ठंडा करना है। रेडिएटर में रुकावट, जंग, या लीक होने से इसका काम बाधित हो सकता है।


4. वॉटर पंप का फेल होना


वॉटर पंप इंजन और रेडिएटर के बीच कूलेंट को सर्कुलेट करता है। इसके खराब होने से कूलिंग सिस्टम पूरी तरह ठप हो सकता है।


5. कूलिंग फैन का खराब होना


रेडिएटर का कूलिंग फैन गर्म कूलेंट को ठंडा करने के लिए आवश्यक हवा प्रदान करता है। अगर यह फैन सही से काम नहीं कर रहा, तो इंजन जल्दी गर्म हो सकता है।


6. पुराना या कम इंजन ऑयल


इंजन ऑयल घर्षण को कम करता है और इंजन की गर्मी को नियंत्रित करता है। पुराने या कम ऑयल से इंजन की गर्मी बढ़ सकती है।


7. वाहन पर अधिक वजन डालना


वाहन की क्षमता से अधिक वजन ले जाना इंजन पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे यह गर्म हो सकता है।


8. गैसकेट फटना


गैसकेट फटने पर कूलेंट इंजन के ऑयल में मिल जाता है, जिससे कूलिंग क्षमता कम हो जाती है।


9. गर्मी का मौसम


गर्मियों में तापमान ज्यादा होने पर कूलिंग सिस्टम पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है।


गाड़ी के ओवरहीट होने से बचने के उपाय


1. रेगुलर सर्विसिंग कराएं


  • इंजन और कूलिंग सिस्टम की समय-समय पर जांच करवाएं।

  • रेडिएटर, थर्मोस्टेट, और वॉटर पंप की स्थिति चेक करवाएं।


2. कूलेंट का सही लेवल रखें


  • कूलेंट का स्तर नियमित रूप से चेक करें।

  • सही मिश्रण (50% कूलेंट और 50% डिस्टिल्ड वाटर) का उपयोग करें।


3. रेडिएटर की सफाई


  • रेडिएटर की समय-समय पर सफाई करवाएं।

  • हर 2–3 साल में कूलेंट को बदलवाएं।


4. रेडिएटर कैप की जांच करें


  • कैप पर कोई क्रैक या लीक न हो।

  • सही प्रेशर बनाए रखने के लिए खराब कैप तुरंत बदलें।



5. गर्मी में सावधानी बरतें


  • गर्मी में गाड़ी छांव में पार्क करें।

  • लंबी यात्रा से पहले कूलिंग सिस्टम की जांच करवाएं।



6. इंजन का ध्यान रखें


  • समय-समय पर ऑयल बदलें।

  • इंजन को अधिक समय तक अत्यधिक गर्म स्थिति में न चलाएं।



7. आपातकालीन स्थिति के लिए तैयार रहें


  • गाड़ी में हमेशा अतिरिक्त कूलेंट और पानी रखें।

  • जरूरत पड़ने पर इंजन को ठंडा करने में यह मददगार साबित हो सकता है।



अगर गाड़ी ओवरहीट हो जाए तो क्या करें?


1. सुरक्षित जगह पर गाड़ी रोकें


  • जैसे ही ओवरहीटिंग का संकेत मिले, गाड़ी को तुरंत सुरक्षित जगह पर रोक दें।

  • इंजन बंद कर दें।


2. इंजन को ठंडा होने दें


  • 15–30 मिनट तक इंजन को ठंडा होने दें।

  • तुरंत रेडिएटर का ढक्कन न खोलें, क्योंकि इससे गर्म भाप से जलने का खतरा होता है।



3. कूलेंट चेक करें


  • कूलेंट स्तर चेक करें।

  • यदि कूलेंट कम हो, तो इसे धीरे-धीरे भरें।


4. समस्या की जांच करें


  • रेडिएटर, पाइप, और वॉटर पंप की स्थिति देखें।

  • अगर कोई लीक या टूट-फूट दिखे, तो इसे तुरंत ठीक कराएं।


5. मदद बुलाएं


  • अगर समस्या गंभीर हो, तो मैकेनिक को बुलाएं।

  • गाड़ी को टो करके वर्कशॉप ले जाएं।



निष्कर्ष


गाड़ी के ओवरहीट होने से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है, नियमित देखभाल और सही ड्राइविंग आदतें। समय पर सर्विसिंग और सावधानी बरतने से आप न केवल अपने वाहन को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि अनावश्यक खर्च और परेशानी से भी बच सकते हैं।


याद रखें, इंजन की ओवरहीटिंग को हल्के में लेना बड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है। छोटी-छोटी सावधानियां बरतकर आप लंबी और सुरक्षित यात्रा का आनंद ले सकते हैं।



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